जीवनभर संभाल कर रखें ये एक चीज, वरना समाज में नहीं मिलता सम्मान - Madhya Pradesh

खबरे

जीवनभर संभाल कर रखें ये एक चीज, वरना समाज में नहीं मिलता सम्मान

जीवनभर संभाल कर रखें ये एक चीज, वरना समाज में नहीं मिलता सम्मान

#Keep this one thing carefully for life, otherwise you will not get respect in the society

यदि कोई व्यक्ति समाज में यश, सम्मान और लोगों के बीच अपना विश्वास बनाकर रखना चाहता है तो उसे आचार्य चाणक्य की कुछ बातों को खास ख्याल रखना चाहिए

Chanakya Niti: चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य के जीवन से जुड़े अनुभवों को निचोड़ है. इस पुस्तक के जरिए उन्होंने लोगों के जीवन के कई कड़वे सच उजागर किए हैं. साथ ही यह भी बताया है कि जीवन में सफलता पाने के लिए किन नियमों का पालन करना चाहिए. आचार्य चाणक्य की इन नीतियों का पालन करके कई लोगों दुनिया में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है. साथ ही सम्मान और ​आत्मविश्वास भी प्राप्त किया है. आचार्य चाणक्य का कहना है कि व्यक्ति को जीवन में सफलता हासिल करने के लिए कभी आत्मसम्मान से समझौता नहीं करना चाहिए. साथ ही व्यक्ति के पास एक ऐसी चीज होती है जिसे जीवनभर संभाल रखना चाहिए. इसे संभालकर रखने वाले व्यक्ति को समाज में सम्मान मिलता है. आइए जानते हैं इसके बारे में डिटेल से.

जीवनभर में संभालकर रखें ये चीज

आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में इस बात का जिक्र किया है कि व्यक्ति का चरित्र ही सबकुछ होता है और चरित्र के प्रति सावधानी बरतना बेहद जरूरी है. कई बार लोग जल्दी सफलता हासिल करने के लिए चरित्र नष्ट कर बैठते हैं और ऐसे लोगों को समाज में न तो सम्मान मिलता है और न ही वह कभी आत्मसम्मान प्राप्त कर पाते हैं. इसलिए सफलता ही सीढ़ी बेशक थोड़ी स्लो हो लेकिन चरित्र के साथ भूलकर भी समझौता न करें. आचार्य चाणक्य का कहना है कि चरित्र एक ऐसी चीज है जिसे हमेशा संभालकर रखना चाहिए. क्योंकि अगर चरित्र नष्ट हो गया तो समझो व्यक्ति का सबकुछ नष्ट हो गया.

चाणक्य नीति के मुताबिक चरित्र की रक्षा बिल्कुल उसी प्रकार करनी चाहिए जैसे एक व्यापारी अपने धन की और सुनहार अपने गहनों की रक्षा करता है. क्योंकि जो व्यक्ति चरित्र को संभाल नहीं सकता और चरित्र से गिर जाता है ऐसे व्यक्ति का नैतिक पतन निश्चित है. चरित्र नष्ट होने के बाद व्यक्ति के पास सम्मान और आत्मविश्वास दोनों ही नहीं रहते. ऐसा व्यक्ति कभी किसी से नजर मिलाकर बात नहीं कर पाता. वहीं जो व्यक्ति चरित्र से मजबूत होता है उसमें आत्मसम्मान कूट-कूटकर भरा होता है. ऐसे व्यक्ति को समाज में भरपूर सम्मान भी मिलता है.

इसके अलावा आचार्य चाणक्य का कहना है कि चरित्रवान होने के साथ ही व्यक्ति को सच्चा और ईमानदार भी होना चाहिए. जो व्यक्ति चरित्र से गिर जाता है वह भोग-विलास को जिंदगी में महत्व देता है और इसके चक्कर में अपनों से ही कई बार झूठ बोलता है. ऐसा व्यक्ति कभी सच का सामना नहीं कर पाता
Disclamire:(यहाँ दी गयी जानकारी केवल सामान्य  जानकारियों पर आधारित है हम इसकी पुष्टि नही करते )

#ekaawaz, #chanakyaniti,