पिता के पूछने पर डाक्टरों ने नहीं बताई बेटे की बीमारी, थमाया सवा लाख का बिल - Madhya Pradesh

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पिता के पूछने पर डाक्टरों ने नहीं बताई बेटे की बीमारी, थमाया सवा लाख का बिल

पिता के पूछने पर डाक्टरों ने नहीं बताई बेटे की बीमारी, थमाया सवा लाख का बिल

#When father asked, doctors did not tell about son's illness, handed over a bill of Rs. 1.25 lakh

Highlights :
  • अस्पताल प्रबंधन ने इलाज में लापरवाही व बिल में गड़बड़ की
  • बैंक प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी
  • पत्नी ने 15 अगस्त 2023 की सुबह बच्चे को जन्म दिया था

जबलपुर  : बीमार बेटे को इलाज के लिए पिता ने उसे अस्पताल में भर्ती किया। इलाज के दौरान पिता के बार-बार पूछने पर भी डाक्टर ने बेटे की बीमारी की जानकारी नहीं दी, उल्टे लाखों का बिल थमा दिया। मामला रसल चौक  आयुष्मान अस्पताल का है।

अस्पताल प्रबंधन ने इलाज में लापरवाही व बिल में गड़बड़ की

अस्पताल में शासकीय बैंक प्रबंधक ने अपने नवजात बच्चे को एडमिट कराया, लेकिन अस्पताल संचालक और डॉक्टर्स ने बच्चे को क्या बीमारी रही , इसकी जानकारी नहीं दी। बच्चे का क्या इलाज किया, क्या दवाएं उसे दीं, इस बारे में भी परिजनों को नहीं बताया। पिता ने शिकायत ओमती पुलिस से की और आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन ने बच्चे के इलाज में लापरवाही करने के साथ बिल में भी गड़बड़ की। बैंक प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। जानकारी के मुताबिक स्टार सिटी माढ़ोताल निवासी सुशील शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह वर्तमान में इंडियन बैंक की सेलम शाखा में पदस्थ हैं। वे इस राष्ट्रीयकृत बैंक के मुख्य प्रबंधक हैं। उनकी पत्नी ईशा शर्मा ने 15 अगस्त 2023 की सुबह बच्चे को जन्म दिया था।

 78 हजार का दिया बिल वसूले सवा लाख

डॉक्टर्स ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में तकलीफ है। डॉक्टर्स के कहने पर उन्होने बच्चे को आयुष्मान अस्पताल में उसी दिन दोपहर साढ़े 12 बजे भर्ती करा दिया। बच्चे को वेंटीलेटर पर एनआइसीयू में रखा गया। उसकी अस्पताल में क्या जांचे कराई गईं, उसे कौन सी दवाएं दी गई और उसे क्या बीमारी है, इसकी जानकारी भी नहीं दी गई। बच्चे को अस्पताल से डिस्चार्ज भी नहीं किया जा रहा था। बच्चे का स्वास्थ्य ठीक नहीं हुआ, तो अस्पताल संचालक और डॉक्टर्स की मनमानी बढ़ती देख शर्मा ने 20 अगस्त को बच्चे को अस्पताल से डिस्चार्ज कराया। बैंक मैनेजर ने थाने में दी अपनी शिकायत में अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि अस्पताल ने उनसे एक लाख 25 हजार रुपये वसूले, लेकिन जब उन्होंने बिल मांगा, तो उन्हें केवल 78 हजार रुपए का बिल दिया गया। शर्मा ने शिकायत के माध्यम से अस्पताल संचालक व अन्य पर प्रकरण दर्ज किए जाने की मांग की है।


बैंक मैनेजर सुशील शर्मा ने आयुष्मान अस्पताल के संचालक व अन्य के खिलाफ हस्ताक्षरित शिकायत दी है। जिसमें बच्चे के इलाज में लापरवाही और बिल में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। इस शिकायत की भी जांच की जा रही है।

वीरेन्द्र सिंह पवार, थाना प्रभारी, ओमती

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